नशे की लत और पढ़ाई में पिछड़ने के बीच अक्सर संबंध देखा जाता रहा है। अब एक नई वैज्ञानिक रिसर्च ने संकेत दिया है कि इन दोनों के बीच आनुवंशिक (जेनेटिक) जुड़ाव भी हो सकता है। अध्ययन के मुताबिक, जिन लोगों में नशे की लत का जेनेटिक जोखिम अधिक होता है, उनमें कम शैक्षणिक स्तर तक सीमित रह जाने की संभावना भी ज़्यादा पाई गई है।
यह शोध प्रतिष्ठित जर्नल ‘Addiction’ में प्रकाशित हुआ है। हालांकि शोधकर्ताओं ने यह भी स्पष्ट किया है कि इससे यह साबित नहीं होता कि नशे की लत ही कम शिक्षा का कारण बनती है या कम शिक्षा नशे की लत को बढ़ावा देती है। फिलहाल इतना कहा जा सकता है कि दोनों के पीछे कुछ साझा जेनेटिक कारक काम कर सकते हैं।
66 प्रतिशत तक बढ़ सकता है जोखिम
रिसर्च के अनुसार, नशे की लत और शिक्षा स्तर के बीच यह जेनेटिक कनेक्शन सब्सटेंस यूज़ डिसऑर्डर का खतरा 66 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है। शोध का नेतृत्व कर रहीं स्पेन की वॉल डी’हेब्रोन रिसर्च इंस्टीट्यूट की वैज्ञानिक जुडिट काबाना-डोमिंगेज़ ने कहा कि नशे की समस्या और स्कूल से जुड़ी कठिनाइयाँ अक्सर एक साथ देखी जाती हैं।
उनके शब्दों में,
“हम पहले से जानते हैं कि पढ़ाई में दिक्कतें और नशे की समस्या एक-दूसरे को और गंभीर बना देती हैं। हमारी रिसर्च बताती है कि इसके पीछे जेनेटिक कारण भी हो सकते हैं।”
1400 से ज्यादा मरीजों पर हुआ अध्ययन
इस अध्ययन में स्पेन के बार्सिलोना स्थित वॉल डी’हेब्रोन अस्पताल में इलाज करा रहे 1400 से अधिक मरीजों को शामिल किया गया। ये मरीज कोकीन, ओपिओइड्स, कैनाबिस और सिडेटिव्स जैसे नशीले पदार्थों की लत से जूझ रहे थे।
शोध में जीनोम-वाइड एसोसिएशन स्टडी (GWAS) तकनीक का इस्तेमाल किया गया, जिसमें पूरे जीनोम की जांच कर उन जीन वेरिएंट्स की पहचान की गई, जो
- नशे की लत का खतरा बढ़ाते हैं
- और साथ ही कम शैक्षणिक उपलब्धि से जुड़े पाए गए
स्वास्थ्य और सामाजिक स्थिति पर भी असर
शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि ये जेनेटिक बदलाव केवल नशे और शिक्षा तक सीमित नहीं हैं। इनका संबंध
- खराब स्वास्थ्य
- कमजोर सामाजिक-आर्थिक स्थिति
- और जीवन की दूसरी समस्याओं
से भी देखा गया है।
कारण अभी साफ नहीं
शोधकर्ताओं का कहना है कि अभी यह तय करना संभव नहीं है कि
- कम शिक्षा नशे की लत की वजह बनती है
- या नशे की लत पढ़ाई को प्रभावित करती है
- या फिर दोनों ही एक-दूसरे को प्रभावित करते हैं
रोकथाम की दिशा में अहम संकेत
अध्ययन से यह संकेत जरूर मिलता है कि अगर शिक्षा को मजबूत किया जाए, तो इससे नशे की लत की रोकथाम के लिए बेहतर नीतियाँ और रणनीतियाँ तैयार की जा सकती हैं।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, आगे और गहन अध्ययन इस दिशा में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।