नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली सोमवार की शाम एक बार फिर दहल उठी जब लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक कार में जोरदार धमाका हुआ। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आस-पास खड़े कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घटना के बाद जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं और अब यह शक जताया जा रहा है कि यह धमाका आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़ा हो सकता है।
फरीदाबाद में सुबह ही बरामद हुआ 2900 किलो केमिकल
सोमवार सुबह हरियाणा के फरीदाबाद में सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़े ऑपरेशन के तहत करीब 2900 किलो विस्फोटक केमिकल बरामद किया था। यह केमिकल आईईडी (Improvised Explosive Device) बनाने में इस्तेमाल होने वाला बताया जा रहा है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह बरामदगी एक संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल से जुड़ी हो सकती है, जिसके तार दिल्ली में हुए धमाके से मिल सकते हैं।
धमाके का तरीका और JeM की “सिग्नेचर टेक्निक”
इंटेलिजेंस सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में हुए विस्फोट में जो तकनीक इस्तेमाल की गई, वह जैश-ए-मोहम्मद की ‘वाहन-आधारित आईईडी रणनीति’ से काफी मेल खाती है। सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि वाहन में हुए विस्फोट की संरचना और टाइमिंग दोनों JeM के पिछले ऑपरेशनों जैसी दिख रही हैं। इसी वजह से अब इस एंगल से जांच तेज कर दी गई है।
पुलिस और फॉरेंसिक टीमों की जांच जारी
दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा ने कहा है कि अभी किसी आतंकी संगठन से सीधा संबंध बताना जल्दबाजी होगी। “हम सभी संभावनाओं पर काम कर रहे हैं। फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि विस्फोट किस कारण से हुआ,” उन्होंने कहा। फिलहाल पुलिस ने विस्फोटक के सैंपल को फॉरेंसिक लैब भेज दिया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
अंतरराज्यीय आतंकी नेटवर्क पर शक
एजेंसियों का मानना है कि फरीदाबाद और दिल्ली की घटनाएं आपस में जुड़ी हो सकती हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों जगहों पर इस्तेमाल किए गए विस्फोटक केमिकल की संरचना लगभग समान है। इससे यह संदेह और गहरा गया है कि कोई बड़ा आतंकी नेटवर्क दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय हो सकता है।
लोगों में डर, सुरक्षा बढ़ाई गई
घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने रेड फोर्ट, इंडिया गेट, और प्रमुख मेट्रो स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। स्निफर डॉग्स और बम डिस्पोज़ल स्क्वाड की टीमों को तैनात किया गया है। साथ ही, दिल्ली और हरियाणा की सीमाओं पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
अधिकारियों की अपील और सावधानी
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या छोड़े गए वाहन की तुरंत सूचना पुलिस को दें। सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
निष्कर्ष
फिलहाल दिल्ली ब्लास्ट का जैश-ए-मोहम्मद से सीधा संबंध पुष्टि नहीं हुआ है, लेकिन बरामद हुए 2900 किलो केमिकल और विस्फोट की समान तकनीक ने जांच एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। सुरक्षा बल अब हर एंगल से जांच में जुटे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह एक आकस्मिक विस्फोट था या किसी बड़ी आतंकी साजिश की शुरुआत।