बिहार के मुजफ्फरपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए छठ पर्व की महिमा और बिहार की परंपराओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि छठ मैया की पूजा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि मां के प्रति भक्ति, त्याग और सेवा का प्रतीक है। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार की माताएं और बहनें जिस श्रद्धा से छठ पर्व करती हैं, वह पूरे देश को प्रेरणा देती है और भारतीय संस्कृति की गहराई को दर्शाती है।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि आरजेडी की पहचान कट्टा, क्रूरता, कटुता, करप्शन और कुशासन से है। उन्होंने दावा किया कि बिहार के लोग अब उस दौर में वापस नहीं जाना चाहते, जब जंगलराज और भ्रष्टाचार का बोलबाला था। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेपी सरकार ने बिहार में विकास, कानून व्यवस्था और जनकल्याण की दिशा में काम किया है, जबकि विपक्षी दल केवल परिवारवाद और सत्ता के स्वार्थ में जुटे हैं।
पीएम मोदी ने INDIA गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि यह गठबंधन जनता की नहीं, बल्कि अपने परिवारों और कुर्सी की रक्षा के लिए बना है। उन्होंने कहा कि ये लोग कभी भी गरीब, किसान या युवा के लिए ईमानदारी से काम नहीं करते, बल्कि केवल भाषणों और वादों की राजनीति करते हैं। मोदी ने कहा कि “बिहार की जनता समझदार है, वो अब जानती है कि किसने राज्य को पिछड़ा रखा और किसने विकास की राह दिखाई।”
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में बिहार के विकास कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं से आज राज्य में सड़कों, रेल परियोजनाओं, स्वास्थ्य सुविधाओं और डिजिटल कनेक्टिविटी में तेजी से सुधार हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि आने वाले वर्षों में बिहार पूर्वी भारत के विकास का केंद्र बनेगा।
रैली में मौजूद भारी भीड़ को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि “आज बिहार की युवा पीढ़ी रोजगार, शिक्षा और प्रगति चाहती है, और ये तभी संभव है जब कुशासन और भ्रष्टाचार को पूरी तरह खत्म किया जाए।”
 
         
        