पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का अभियान छह पदक (एक चांदी और पांच कांस्य) के साथ समाप्त हुआ। भारत ने तोक्यो ओलंपिक 2020 में एक सोना, दो चांदी और चार कांस्य समेत सात पदक जीते थे। तब भारत पदक तालिका में 48वें पायदान पर था। लेकिन इस बार भारतीय टीम पेरिस ओलंपिक में 71वें पायदान पर खिसक गई है। तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, मुक्केबाजी, घुड़सवारी, गोल्फ, हाकी, जूडो, तैराकी, सेलिंग, निशानेबाजी, कुश्ती, टेबल टेनिस और टेनिस में भारतीय एथलीटों भाग लिया।
नीरज चोपड़ा को लगातार दूसरा ओलंपिक पदक
नीरज चोपड़ा ने पेरिस में 89.45 मीटर भाला फेंका, जहां वे दूसरे पायदान पर रहे और भारत को चांदी के रूप में पांचवां पदक दिलाया। चोपड़ा ने तोक्यो 2020 में स्वर्ण जीत कर इतिहास रचा था और पेरिस 2024 में रजत पदक अपने नाम कर भारत के पांचवें दो बार के ओलंपिक पदक विजेता बन गए।
निशानेबाजी में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं मनु भाकर
ओलंपिक में भारत को पहला कांस्य पदक मनु भाकर ने दिलाया। यह पदक मनु ने महिला दस मीटर एअर पिस्टल की व्यक्तिगत स्पर्धा में जीता। मनु ने एक और पदक जीता, जो कांस्य के रूप में आया। मनु ने दूसरा पदक दस मीटर एअर पिस्टल मिश्रण टीम स्पर्धा में सरबजोत सिंह के साथ जीता था। इससे पहले नार्मन प्रिचर्ड ने पेरिस 1900 के ओलंपिक में पुरुषों में दो सौ मीटर और पुरुषों में दौ सौ मीटर बाधा दौड़ में रजत पदक जीता था। वे भारत के लिए एक ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले पहले एथलीट थे।
स्वप्निल कुसाले ने पहला कांस्य जीता
भारत को तीसरा पदक स्वप्निल ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में कांस्य के रूप में दिलाया। स्वप्निल इस स्पर्धा में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने थे।
निशानेबाजी में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
निशानेबाजी में भारत के पदकों की संख्या तीन है। भारत ने इससे पहले कभी भी ओलंपिक संस्करण में एक खेल में तीन पदक नहीं जीते। पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन लंदन 2012 ओलंपिक में आया था, जब निशानेबाजी में भारत ने दो पदक जीते थे। साथ ही पचास मीटर राइफल थ्री पोजीशन में भारत का यह पहला ओलंपिक पदक रहा।
बावन साल बाद हाकी में लगातार दो पदक जीते
भारतीय पुरुष हाकी टीम ने कांस्य पदक मैच में एक गोल से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए स्पेन को 2-1 से हराया और ओलंपिक में कांस्य जीता। तोक्यो में भी भारतीय टीम ने कांस्य पदक जीता था, जिससे म्यूनिख 1972 के बाद से 52 साल में पहली बार हाकी में भारत ने लगातार दो ओलंपिक पदक जीते। साथ ही भारत ने हाकी में 13वां पदक भी हासिल किया।
एक चांदी और पांच कांस्य पर जमाया कब्जा
सबसे कम उम्र के पदकधारी बने अमन
भारत के अमन सहरावत ने पुरुषों के 57 किलोग्राम कुश्ती में कांस्य जीता। उन्होंने कांस्य मुकाबले में प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज को 13-5 से मात दी। साथ ही ये भारत का ओलंपिक की कुश्ती में आठवां पदक भी रहा। सुशील कुमार और रवि कुमार दहिया ने क्रमशः लंदन 2012 और तोक्यो 2020 में रजत पदक जीते। बाकी छह पदक कांस्य हैं। अमन सहरावत ने 21 साल और 24 दिन की उम्र में यह कीर्तिमान बनाया है। उन्होंने पीवी सिंधु के कीर्तिमान को भी तोड़ दिया। सिंधु ने जब रियो 2016 ओलंपिक में रजत पदक जीता था तब उनकी उम्र 21 साल, एक महीना और 14 दिन थीं।
सातवें पदक पर फैसला
भारत पदक तालिका में बढ़ोतरी कर सकता है। पहलवान विनेश फोगाट ने खेल पंचाट में पदक दिए जाने की अपील की हुई है, जिसका फैसला मंगलवार (13 अगस्त) को आना है। अगर फैसला विनेश के हक में आता है तो वे चांदी जीतने वालीं देश की पहली महिला पहलवान बन जाएंगी।