उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों के दौरान रिकॉर्ड तोड़ बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार 174 मिलीमीटर वर्षा को अत्यधिक भारी बारिश की श्रेणी में रखा जाता है जो किसी गंभीर आपदा की ओर संकेत करता है। उत्तरकाशी के धराली गांव में भारी तबाही के बाद भी राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं। भारतीय सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर डटी हुई हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं हालात की निगरानी कर रहे हैं। मौसम विभाग ने आने वाले समय में और अधिक वर्षा, बिजली गिरने, बाढ़ और भूस्खलन की चेतावनी दी है जिससे राज्य के कई जिलों को रेड अलर्ट पर रखा गया है।
किन इलाकों में सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ है
देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के अनेक जिले भारी वर्षा और तेज हवाओं की चपेट में हैं। इन क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों तक तेज बारिश और बिजली गिरने की आशंका बनी हुई है। मौसम विभाग ने इन इलाकों को रेड अलर्ट की श्रेणी में रखा है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
भारी बारिश के आंकड़ों ने तोड़े पुराने रिकॉर्ड
राज्य के कई इलाकों में पिछले 24 घंटे में हुई बारिश ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। मालदेवता में 174 मिलीमीटर, बाजपुर में 166 मिलीमीटर, नरेंद्रनगर में 148.5 मिलीमीटर और काशीपुर में 143.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। इसके अलावा जसपुर, बागेश्वर, सहस्त्रधारा और जोलीग्रांट जैसे इलाकों में भी भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई है जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
अत्यधिक भारी वर्षा का क्या है मतलब
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि एक दिन में 174 मिलीमीटर बारिश का दर्ज होना किसी भी क्षेत्र में गंभीर आपदा का संकेत है। खासकर जब वह क्षेत्र पहाड़ी, नदी के पास या घनी आबादी वाला हो तो खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इस तरह की बारिश से भूस्खलन की आशंका बढ़ जाती है, निचले क्षेत्रों में बाढ़ आ सकती है और निर्माणाधीन व कमजोर मकानों को नुकसान हो सकता है। सड़कों पर मलबा और चट्टानें गिरने से यातायात पूरी तरह बाधित हो सकता है।
सरकार और राहत एजेंसियां अलर्ट मोड पर
उत्तराखंड सरकार ने आपदा प्रबंधन को लेकर SDRF, NDRF और प्रशासन को पूरी तरह सक्रिय कर दिया है। संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखी जा रही है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। सरकार ने आपात स्थिति में संपर्क के लिए हेल्पलाइन नंबर 1070 भी जारी किया है ताकि जरूरतमंदों को तुरंत सहायता दी जा सके।
लोगों को दी गई सुरक्षा संबंधी चेतावनी
राज्य में मौसम की गंभीरता को देखते हुए लोगों को सलाह दी गई है कि वे बिना जरूरत घरों से बाहर न निकलें। नदियों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहें। यात्रियों को पहाड़ी मार्गों पर सफर करने से बचने की चेतावनी दी गई है। साथ ही किसानों को भी अपनी फसल को बारिश से बचाने के उचित उपाय करने की सलाह दी गई है।