दिल्ली के सबसे सुरक्षित और वीवीआईपी इलाकों में शुमार चाणक्यपुरी में हुई चेन स्नैचिंग की घटना ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लेकिन इस वारदात को दिल्ली पुलिस ने तेजी और तकनीक की मदद से महज़ दो दिनों में सुलझा लिया है।
सोमवार की सुबह कांग्रेस की तमिलनाडु से सांसद आर. सुधा अपने रोज़ाना के रूट पर चाणक्यपुरी स्थित तमिलनाडु भवन के पास टहल रही थीं। तभी अचानक एक स्कूटी सवार युवक ने पीछे से आकर उनके गले से सोने की चेन झपट ली और फरार हो गया। इस हमले में सांसद के गले में खरोंचें आईं और उनके कपड़े भी फट गए। घटना इतनी तेज़ थी कि उन्हें संभलने तक का मौका नहीं मिला।
स्पेशल टीमें और 1500 सीसीटीवी कैमरों की जांच से मिली सफलता
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने केस को प्राथमिकता में रखा और जांच में पूरी ताकत झोंक दी। स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, नई दिल्ली जिला पुलिस और स्पेशल स्टाफ की कुल 24 टीमें गठित की गईं। दो दिनों की जांच में 1500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, जिनमें केवल चाणक्यपुरी और उसके आसपास के क्षेत्र में 900 कैमरे शामिल थे।
शुरुआती फुटेज में आरोपी की पहचान कर पाना मुश्किल था क्योंकि वह रंगीन फुल स्लीव टी-शर्ट और हेलमेट पहने हुए था। लेकिन फेस रिकग्निशन तकनीक और अन्य तकनीकी उपकरणों की मदद से पुलिस ने संदिग्धों को चिन्हित किया।
आरोपी की गतिविधियों को ट्रेस कर ओखला से पकड़ा गया
पुलिस की छानबीन में पता चला कि आरोपी स्कूटी पर मोती बाग से आया था और शांति पथ होते हुए नीति मार्ग पहुंचा, जहां उसने सांसद को निशाना बनाया। घटना को अंजाम देने के बाद वह ओखला की ओर फरार हो गया। इसी रूट को ट्रेस करते हुए पुलिस ने उसे ओखला के एक इलाके से गिरफ्तार कर लिया।
उसके पास से आर. सुधा की सोने की चेन बरामद कर ली गई है, साथ ही वह स्कूटी और वारदात के समय पहने गए कपड़े भी जब्त किए गए हैं।
200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ, झुग्गी इलाकों में सघन तलाशी
पुलिस ने इस मामले की तह तक जाने के लिए 200 से अधिक लोगों से पूछताछ की, जिनमें पैरोल पर रिहा अपराधी, हाल ही में जेल से छूटे स्नैचर और आपराधिक रिकॉर्ड वाले युवक शामिल थे। चाणक्यपुरी और उसके आसपास के झुग्गी इलाकों में गहन तलाशी अभियान चलाया गया। मोबाइल डेटा और संदिग्धों की मूवमेंट पर भी बारीकी से नजर रखी गई।
सोशल मीडिया पर दिल्ली पुलिस का दावा, कानून-व्यवस्था पर बहस
दिल्ली पुलिस ने एक्स प्लेटफॉर्म पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और सांसद की चेन सुरक्षित बरामद कर ली गई है। उन्होंने कहा कि मामले से जुड़ी अन्य जानकारियां भी जल्द ही साझा की जाएंगी।
हालांकि, इस घटना ने चाणक्यपुरी जैसी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था वाले इलाके में पुलिस की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्ष ने सरकार और दिल्ली पुलिस को कठघरे में खड़ा किया है और पूछा है कि जब एक सांसद सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिकों की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा।
आगे की जांच जारी, गिरोह से संबंध की पड़ताल
फिलहाल आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि यह वारदात उसने अकेले की या किसी गिरोह का हिस्सा है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी हो रही है, ताकि उससे और भी जानकारी हासिल की जा सके और अगर किसी बड़े गिरोह का नेटवर्क सामने आए, तो उसे भी जल्द ही बेनकाब किया जा सके।