नई दिल्ली: भारत और अमेरिका ने लगभग ₹7,995 करोड़ के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें MH-60R Seahawk हेलीकॉप्टरों के लिए पांच साल का “सस्टेनेन्स सपोर्ट पैकेज” शामिल है। यह सौदा हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच भारतीय नौसेना की सामरिक क्षमता को मजबूत करेगा। MH‑60R हेलीकॉप्टरों की उन्नत तकनीक से नौसेना को सबमरीन शिकार और सतह-से-सतह हमलों में महत्वपूर्ण बढ़त मिलेगी।
पांच साल का तकनीकी सुरक्षा पैकेज
सपोर्ट पैकेज में स्पेयर पार्ट्स, तकनीकी सहायता, प्रशिक्षण, प्रोडक्ट सपोर्ट और भारत में मरम्मत व मेंटेनेंस सुविधाओं की स्थापना शामिल है। इससे नौसेना की परिचालन तत्परता और दीर्घकालिक आत्मनिर्भरता दोनों बढ़ेंगी।
रक्षा क्षेत्र में भारत की रणनीतिक बढ़त
विशेषज्ञों के अनुसार यह डील भारत–अमेरिका रक्षा सहयोग को और मजबूत करती है और भारतीय नौसेना की क्षमता तथा समुद्री शक्ति को अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में मजबूती प्रदान करेगी। यह सौदा हाल की दूसरी बड़ी रक्षा खरीदारी के रूप में भी देखा जा रहा है।