भारत दौरे पर आए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात के दौरान कई अहम समझौते हुए, लेकिन चर्चा सबसे ज्यादा उस उपहार की रही जो पीएम मोदी ने पुतिन को भेंट किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन को **भगवद गीता का रूसी संस्करण**, काली चाय और कश्मीरी केसर तोहफे में दिए। इनमें से खासकर भगवद गीता का उपहार सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है।
गीता के उपहार पर ISKCON ने जताया आभार
भगवद गीता का रूसी संस्करण गिफ्ट किए जाने पर इस्कॉन ने पीएम मोदी का धन्यवाद किया है। ISKCON कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने X पर पीएम मोदी की पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा कि यह उपहार आध्यात्मिक विरासत को विश्व स्तर पर पहुंचाने का एक सराहनीय कदम है।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भी X पर तस्वीर साझा कर बताया था—
“राष्ट्रपति पुतिन को रूसी संस्करण वाली भगवद गीता भेंट की। गीता के उपदेश दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।”
दोनों देशों के बीच मजबूत होते रिश्तों का प्रतीक
पुतिन 4 और 5 दिसंबर को भारत यात्रा पर थे। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच रक्षा, ऊर्जा सहयोग और निवेश जैसी कई प्रमुख विषयों पर बातचीत हुई। गीता का उपहार जहां आध्यात्मिक जुड़ाव का प्रतीक माना गया, वहीं यह भारत-रूस के ऐतिहासिक संबंधों को भी और मजबूत करने वाला संकेत माना जा रहा है।