झारखंड JSSC CGL परीक्षा पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इस पूरे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड विनय साह उर्फ हरिहर सिंह को यूपी एसटीएफ ने गोरखपुर के शाहपुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था और पेपर लीक गैंग को देश–विदेश में सक्रिय रूप से संचालित कर रहा था।
जांच में सामने आया है कि विनय साह ने JSSC CGL परीक्षा का पेपर लीक कर कई अभ्यर्थियों को पहले से सवाल और जवाब उपलब्ध कराए थे। पुलिस के अनुसार विनय साह अपने साथियों के साथ अभ्यर्थियों को रांची के Z Square होटल में ठहराता था और फिर उन्हें नेपाल के वीरगंज ले जाया जाता था। नेपाल में छात्रों को लगभग 150 सवाल और उनके जवाब रटवाए जाते थे, ताकि वे परीक्षा में आसानी से सफल हो सकें।
गिरफ्तारी के समय उसके पास नेपाली और भारतीय सिम कार्ड मिले, जिससे यह साफ होता है कि उसका नेटवर्क सीमा पार तक फैला हुआ था। जांच में यह भी सामने आया है कि पेपर लीक कराने के लिए उसके बैंक खाते में एक लाख रुपये भेजे गए थे।
CID इससे पहले इस मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें पुलिस बल के कुछ जवान भी शामिल थे। अब सरगना की गिरफ्तारी के बाद पूरे नेटवर्क के बेनकाब होने की उम्मीद बढ़ गई है। झारखंड प्रतियोगी परीक्षा अधिनियम 2023 के तहत उसके खिलाफ कड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
यह मामला एक बार फिर प्रतियोगी परीक्षाओं की सुरक्षा और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।