काम से प्यार ही असली सफलता की कुंजी
Apple के सह-संस्थापक और दिग्गज टेक लीडर स्टीव जॉब्स भले ही आज हमारे बीच न हों, लेकिन उनकी सोच और सीख आज भी करोड़ों युवाओं को प्रेरित करती है। उन्होंने एक बार छात्रों से कहा था—
“अगर आपने अब तक अपना सच्चा काम नहीं पाया है, तो खोजते रहिए। कभी समझौता मत कीजिए।”
स्टीव जॉब्स का मानना था कि इंसान की ज़िंदगी का बड़ा हिस्सा काम में बीतता है, और सच्ची संतुष्टि तभी मिलती है जब इंसान वही काम करे जिससे उसे प्यार हो।
Apple की सफलता के पीछे संघर्ष की लंबी कहानी
आज Apple दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों में गिनी जाती है, लेकिन इसका सफर आसान नहीं रहा। स्टीव जॉब्स ने जिस कंपनी की नींव रखी, उसी से उन्हें 1985 में बाहर कर दिया गया। यह किसी भी इंसान के लिए टूट जाने वाला पल हो सकता था, लेकिन जॉब्स ने हार नहीं मानी।
उन्होंने NeXT नाम की कंपनी शुरू की और Pixar Animation Studios को नई पहचान दी। बाद में वही Apple, जिससे उन्हें निकाला गया था, 1997 में उन्हें दोबारा बुला लाई।
“ज़िंदगी कभी-कभी ईंट मारती है, लेकिन भरोसा मत खोना”
स्टीव जॉब्स ने अपने 2005 के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दीक्षांत भाषण में कहा था—
“कभी-कभी ज़िंदगी आपके सिर पर ईंट मारती है, लेकिन भरोसा मत खोइए। मुझे यकीन है कि मुझे आगे बढ़ाए रखने वाली एक ही चीज़ थी—मुझे अपने काम से प्यार था।”
उनका यह संदेश आज के युवाओं, खासकर Gen Z के लिए बेहद प्रासंगिक है, जो करियर को लेकर असमंजस में हैं और बदलते जॉब मार्केट से डर रहे हैं।
पैसा नहीं, जुनून था जॉब्स का असली लक्ष्य
स्टीव जॉब्स अरबपति जरूर बने, लेकिन उन्होंने खुद माना कि पैसा उनका मकसद नहीं था।
एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था—
“मैंने कभी पैसा कमाने के लिए काम नहीं किया। मैं सिर्फ वही बनाना चाहता था, जिस पर मुझे गर्व हो।”
यही वजह थी कि iPhone, iPod और Mac जैसे प्रोडक्ट्स सिर्फ गैजेट नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगी का हिस्सा बन गए।
12 साल की उम्र में लिया गया पहला बड़ा कदम
जॉब्स की कहानी यहीं खत्म नहीं होती। महज़ 12 साल की उम्र में उन्होंने Hewlett-Packard के सह-संस्थापक बिल हेवलेट को फोन कर दिया था—सिर्फ इसलिए कि उन्हें एक प्रोजेक्ट के लिए कुछ पार्ट्स चाहिए थे।
नतीजा यह हुआ कि उन्हें HP में काम करने का मौका मिल गया। जॉब्स खुद कहते थे—
“अगर आप पूछने से डरते हैं, तो आप बहुत आगे नहीं बढ़ सकते।”
युवाओं के लिए स्टीव जॉब्स का सीधा संदेश
स्टीव जॉब्स की ज़िंदगी यह सिखाती है कि असफलता अंत नहीं होती, बल्कि नई शुरुआत हो सकती है।
उनका साफ संदेश था—
“जो आपको पसंद है, उसे ढूंढिए। डरिए मत। गिरने से मत घबराइए। और सबसे ज़रूरी बात—कभी समझौता मत कीजिए।”