बॉलीवुड के दमदार अभिनेता मनोज बाजपेयी ने हाल ही में अपनी जिंदगी के सबसे कठिन दौर का खुलकर जिक्र किया। उन्होंने बताया कि एक समय ऐसा भी आया जब उन्हें लगा कि शायद उनकी फिल्मी यात्रा खत्म हो चुकी है। काम नहीं मिल रहा था, महीनों तक कोई प्रोजेक्ट हाथ में नहीं था और मन बेचैन रहने लगा था। इसी बीच दोस्तों की सलाह पर वह उत्तराखंड के प्रसिद्ध नीम करोली बाबा के कैंची धाम पहुंचे—और वहीं से उनकी जिंदगी ने नया मोड़ लिया।
मनोज बाजपेयी ने बताया कि वह धाम में स्थित बाबा की गुफा में बैठे, कुछ देर ध्यान लगाया और जैसे ही बाहर निकले—मन की सारी उलझनें जैसे गायब हो गईं। उन्होंने इसे “जादुई अनुभव” बताया। उनके मुताबिक, इस आध्यात्मिक शांति ने उन्हें फिर से खुद से जोड़ दिया और जिंदगी व करियर को लेकर जो धुंध थी, वह साफ होने लगी।
अभिनेता ने कहा कि कैंची धाम की यात्रा ने उन्हें वह clarity दी, जिसकी उन्हें लंबे समय से तलाश थी। यहां आकर उन्हें महसूस हुआ कि उन्हें हार नहीं माननी चाहिए और अपने काम पर फोकस करते रहना चाहिए। इसी मानसिक बदलाव के बाद उन्होंने अपने नए प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू किया और एक बार फिर से इंडस्ट्री में मजबूती के साथ लौटे।
मनोज बाजपेयी का कहना है—“कभी-कभी इंसान को खुद को समझने के लिए शोर से दूर हटना पड़ता है। कैंची धाम मेरे लिए वही शांति लेकर आया।”