साल्ट लेक स्टेडियम बवाल में SIT जांच से सामने आए 5 बड़े सच
कोलकाता:
फुटबॉल के जादूगर लियोनेल मेसी के नाम पर कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में जो उत्सव सजा था, वह कुछ ही देर में अफरातफरी और हिंसा में बदल गया। अब इस पूरे मामले की परतें खुलने लगी हैं। मुख्य आयोजक सतद्रु दत्ता से पूछताछ के बाद स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) को ऐसे तथ्य मिले हैं, जिन्होंने आयोजन की साख पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
13 दिसंबर को हुआ यह कार्यक्रम, जहां मेसी का स्वागत होना था, वहीं बदइंतजामी और वीआईपी दखल ने हालात बेकाबू कर दिए।

1. भीड़ के बीच खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे थे मेसी
जांच के दौरान सतद्रु दत्ता ने बताया कि मेसी को शुरुआत से ही शारीरिक संपर्क पसंद नहीं था।
विदेशी सुरक्षा टीम ने पहले ही आगाह कर दिया था कि उन्हें न गले लगाया जाए और न ही पीठ पर हाथ रखा जाए।
इसके बावजूद मैदान पर लोग उनके चारों ओर घिर आए। हालात इतने बिगड़ गए कि मेसी असहज हो गए और निर्धारित समय से पहले ही स्टेडियम छोड़ना पड़ा।
2. एक फैसले ने पूरी सुरक्षा व्यवस्था तोड़ दी
आयोजकों के मुताबिक कार्यक्रम के लिए सिर्फ 150 ग्राउंड पास तय किए गए थे।
लेकिन तभी एक बेहद रसूखदार शख्स स्टेडियम पहुंचा और उसके दबाव में पासों की संख्या अचानक बढ़ा दी गई।
यही वह मोड़ था, जहां से पूरा कार्यक्रम नियंत्रण से बाहर चला गया। सुरक्षा घेरा टूट गया और भीड़ मैदान तक पहुंच गई।
3. ‘प्रभावशाली व्यक्ति’ कौन था? अब यही सबसे बड़ा सवाल
SIT अब उस व्यक्ति की पहचान करने में जुटी है, जिसकी दखलअंदाजी से हालात बिगड़े।
जांच एजेंसियों को शक है कि उसी हस्तक्षेप के चलते कई अनधिकृत लोग सीधे मेसी के पास पहुंच सके, जो एक बड़ी सुरक्षा चूक मानी जा रही है।
4. मंत्री की नजदीकी और बढ़ता विवाद
कार्यक्रम के दौरान पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री अरूप बिस्वास लगातार मेसी के साथ नजर आए।
तस्वीरों और वीडियो में उन्हें मेसी के बेहद करीब देखा गया, जिस पर सवाल उठने लगे।
आरोप लगे कि उन्होंने अपने करीबी लोगों को मैदान तक पहुंच दिलाई। बढ़ते दबाव के बीच अरूप बिस्वास ने जांच पूरी होने तक मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
5. ₹100 करोड़ का खर्च, फ्रीज हुए खाते
सतद्रु दत्ता ने दावा किया कि मेसी को भारत दौरे के लिए ₹89 करोड़ दिए गए, जबकि ₹11 करोड़ टैक्स सरकार को चुकाया गया।
कुल खर्च लगभग ₹100 करोड़ बताया गया।
हालांकि जांच एजेंसियों ने उनके ₹20 करोड़ से ज्यादा के बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं और दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं।
टिकट खरीदे, लेकिन मेसी नहीं दिखे
हजारों दर्शकों ने महंगे टिकट खरीदे थे, लेकिन अव्यवस्था के कारण मेसी को गैलरी से देख पाना मुश्किल हो गया।
इसी नाराजगी ने गुस्से का रूप लिया और स्टेडियम में तोड़फोड़ और हंगामा हुआ।
जांच अभी खत्म नहीं हुई है
SIT अब यह जांच कर रही है कि
- सुरक्षा में चूक के जिम्मेदार कौन थे
- भीड़ नियंत्रण क्यों फेल हुआ
- VIP संस्कृति ने नियमों को कैसे तोड़ा
इस हाई-प्रोफाइल मामले में आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।