संसद के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन भी भारी राजनीतिक तनाव और तीखे टकराव के नाम रहा। वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को लेकर विपक्षी दलों ने दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया। सुबह से शुरू हुआ विरोध इतना तीव्र रहा कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी।
राज्यसभा में हंगामा, सदन 2 बजे तक स्थगित
दिन की शुरुआत में ही राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने SIR प्रक्रिया पर गंभीर आपत्तियां जताते हुए सदन के बीचोबीच नारेबाज़ी शुरू कर दी।
11:54 AM पर नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने SIR पर तत्काल चर्चा की मांग रखी, जिसके बाद हंगामा और बढ़ गया।
अध्यक्ष ने स्थिति संभालने की कोशिश की, लेकिन शोर-शराबा थमने के बजाय बढ़ता गया और अंततः कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
लोकसभा में बड़ा हंगामा, कार्यवाही दो बार स्थगित
लोकसभा में भी विपक्ष का हंगामा लगातार जारी रहा।
SIR प्रक्रिया को लेकर जबर्दस्त विरोध के बीच स्पीकर ओम बिरला ने सदन को पहले 12 बजे तक, और फिर हंगामा न थमने पर 2 बजे तक स्थगित कर दिया।
स्पीकर ने सभी फ्लोर लीडर्स की एक आपात बैठक भी बुलाई, जिसमें संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू भी मौजूद रहे, लेकिन विपक्ष अपनी मांगों पर अडिग रहा।
संसद परिसर में SIR के खिलाफ विपक्ष का प्रदर्शन
दोनों सदनों के बाहर भी विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रदर्शन किया।
सांसदों ने आरोप लगाया कि SIR प्रक्रिया से मतदाता सूची में छेड़छाड़ की आशंका है और यह चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है।
सरकार का जवाब: “विपक्ष भ्रम में, चर्चा से भाग रहा है”
सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने विपक्ष पर तीखा वार करते हुए कहा—
“संसद संवाद और चर्चा के लिए होती है। विरोध करने में कोई बुराई नहीं, लेकिन सदन को बाधित करना गलत है। SIR चुनाव आयोग का विषय है, विपक्ष चाहे तो वहां बात कर सकता है।”
बीजेपी सांसद नरेश बंसल ने भी कहा कि विपक्ष को “हार की हताशा से बाहर आकर” SIR प्रक्रिया में सहयोग करना चाहिए।
“कुत्ता ही आज का मुख्य मुद्दा?” — राहुल गांधी का तंज
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी द्वारा संसद में पालतू कुत्ता लाने को लेकर हुए विवाद पर राहुल गांधी ने हल्के अंदाज़ में जवाब दिया—
“मुझे लगता है कि आज कुत्ता ही मेन टॉपिक है। बेचारे कुत्ते ने क्या किया? शायद पालतू जानवरों को संसद में आने की इजाजत नहीं… लेकिन आजकल भारत इन्हीं बातों पर चर्चा कर रहा है।”
उनकी यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई।
हंगामे के बीच लोकसभा ने GST संशोधन बिल पास किया
लगातार विरोध के बावजूद लोकसभा का कामकाज पूरी तरह नहीं रुका।
हंगामे के बीच ही सदन ने मणिपुर माल और सेवा कर (दूसरा संशोधन) बिल, 2025 पारित कर दिया।
इसके अलावा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने
- केंद्रीय उत्पाद शुल्क (संशोधन) विधेयक, 2025
- स्वास्थ्य सुरक्षा से राष्ट्रीय सुरक्षा उपकर विधेयक, 2025
सदन में पेश किए।
पीएम मोदी से मिले राजस्थान CM भजनलाल
इसी बीच संसद भवन में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुलाकात के उद्देश्य का आधिकारिक विवरण नहीं दिया गया, लेकिन इसे कृषि और राज्य विकास योजनाओं के मुद्दों से जोड़कर देखा जा रहा है।
सत्र की शुरुआत से ही माहौल गर्म
शीतकालीन सत्र के पहले दिन भी विपक्ष ने SIR और अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरा था। सोमवार को राज्यसभा में हंगामे के बीच विपक्षी नेताओं ने बहिर्गमन किया था।
सरकार ने कहा है कि वह चर्चा से नहीं भाग रही, लेकिन विषयों पर चर्चा की अपनी एक प्रक्रिया और समयसीमा होती है।
वहीं विपक्ष का कहना है कि SIR प्रक्रिया “लोकतंत्र के लिए खतरा” है और वह बिना चर्चा के कोई भी कामकाज नहीं होने देगा।
शीतकालीन सत्र का सिर्फ दूसरा दिन है और पूरे संसद परिसर में टकराव का माहौल गहरा चुका है।
SIR प्रक्रिया पर सरकार और विपक्ष के बीच खींचतान जारी है।
दोनों सदनों के कई बार स्थगित होने के बाद अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अगली बैठकों में क्या कोई सहमति बन पाती है या टकराव और तेज होगा।