नई दिल्ली, 8 दिसंबर 2025:
लोकसभा में वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर सोमवार को 10 घंटे लंबी ऐतिहासिक बहस हुई, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। अपने संबोधन में PM मोदी ने न सिर्फ राष्ट्रीय गीत के इतिहास को विस्तार से बताया, बल्कि इसके कुछ पदों को हटाने के मुद्दे पर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिटिश शासन वंदे मातरम् की शक्ति से इतना घबरा गया था कि उन्होंने इसे गाने, छापने और फैलाने पर रोक लगाने तक के कानून बना दिए। मोदी के अनुसार, यह गीत सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि स्वतंत्रता सेनानियों के लिए “पवित्र युद्धघोष” था, जिसने गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और लाला लाजपत राय जैसे नेताओं को एकजुट किया।
“बंगाल विभाजन के समय वंदे मातरम् एक ढाल था”
मोदी ने 1905 के बंगाल विभाजन का जिक्र करते हुए कहा कि अंग्रेजों की “डिवाइड एंड रूल” नीति के बीच यह गीत लोगों को जोड़ने वाली आवाज़ बना रहा। उन्होंने कहा कि बंगाल में आंदोलन की सबसे बड़ी ताकत वंदे मातरम् की गूंज थी, जिसने लोगों को डरने नहीं दिया।
PM ने पढ़े वे पद जिन्हें बाद में हटाया गया
सदन में प्रधानमंत्री ने वे कथित पद भी पढ़कर सुनाए, जिनके बारे में कहा जाता है कि बाद में राष्ट्रीय गीत से हटाए गए थे। उन्होंने कहा कि अंग्रेज़ जब हर घर में “God Save the Queen” थोपना चाहते थे, तब वंदे मातरम् भारतवासियों की आत्मा जगाने वाला मंत्र था।
मोदी बोले, “हम आज यहां बैठे हैं क्योंकि लाखों भारतीयों ने वंदे मातरम् बोलकर बलिदान दिया।”
“100 साल पूरे होने पर संविधान दबा दिया गया था”
मोदी ने याद किया कि वंदे मातरम् के 100 वर्ष पूरे होने के समय देश आपातकाल के दौर से गुजर रहा था। उन्होंने कहा कि उस समय न सिर्फ लोकतंत्र दबाया गया, बल्कि इस गीत को वह सम्मान नहीं मिल पाया जिसके यह पात्र था।
उनके अनुसार, 150 वर्ष पूरे होने पर इसकी ऐतिहासिक गरिमा को वापस लाना अब सरकार की प्राथमिकता है।
कांग्रेस पर तीखा हमला: “आज भी अपमान जारी”
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने न सिर्फ इतिहास में, बल्कि आज भी वंदे मातरम् का अपमान किया है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के दबाव में राष्ट्रीय गीत से समझौता किया था।
मोदी ने यहां तक कहा कि, “देश का बंटवारा 1947 में हुआ, लेकिन कांग्रेस ने उससे पहले ही वंदे मातरम् का बंटवारा कर दिया था।”
उन्होंने एक ऐतिहासिक पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि नेहरू ने सुभाष चंद्र बोस को लिखा था कि वंदे मातरम् मुसलमानों को भड़का सकता है — और यह वह दौर था जब इसके कुछ पद हटा दिए गए।
“नेहरू ने वंदे मातरम् के टुकड़े किए”— मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रभावना से समझौता करते हुए राष्ट्रीय गीत को कमजोर किया।
उनके शब्दों में, “कांग्रेस दबाव में झुकी। नेहरू ने वंदे मातरम् के टुकड़े कर दिए। यह राष्ट्रीय भावना को चोट पहुंचाने वाला फैसला था।”