बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे घोषित होते ही काराकाट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरी ज्योति सिंह को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। चुनाव प्रचार के दौरान मिली लोकप्रियता और खूब मेहनत के बावजूद जब परिणाम उनके पक्ष में नहीं आए, तो उन्होंने वोटिंग प्रक्रिया पर ही सवाल खड़े कर दिए।
हार के बाद सामने आए अपने पहले रिएक्शन में ज्योति सिंह ने कहा कि मतदान के दौरान कई तरह की गड़बड़ियां हुईं। उनके मुताबिक, वोटिंग स्लो कराई गई, EVM मशीनें बार-बार खराब हुईं और उनके एजेंटों को बिना वजह परेशान किया गया। उनका कहना है कि “सब कुछ बहुत सस्पेंस भरा था… वोटिंग में कुछ तो गड़बड़ हुई है। हम चाहते हैं कि ये चुनाव रद्द हो और दोबारा से चुनाव कराया जाए।”
ज्योति का दावा है कि वे अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों पर भारी पड़ रही थीं, इसलिए जानबूझकर वोटिंग प्रभावित की गई। उन्होंने काउंटिंग के दौरान हुई हिंसा पर भी नाराजगी जताई। आरोप है कि उनके समर्थकों पर लाठीचार्ज किया गया और विरोध जताने पर FIR की धमकी दी गई। ज्योति ने कहा कि “अगर हमारे समर्थकों को न्याय दिलाने के लिए हमें जेल भी जाना पड़े, तो हम पीछे नहीं हटेंगे।”
चुनाव परिणाम के बाद ज्योति सिंह के इन आरोपों ने राजनीतिक माहौल को और गर्म कर दिया है। अब देखना होगा कि चुनाव आयोग इन दावों पर क्या रुख अपनाता है।