बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजद ने एक बड़ा बदलाव किया है। पार्टी ने छपरा सीट से अपने उम्मीदवार को बदलते हुए भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव को टिकट देने का फैसला किया है। पहले उनकी पत्नी चंदा यादव को उम्मीदवार घोषित किया गया था, लेकिन नामांकन से जुड़ी तकनीकी समस्या के कारण टिकट बदलना पड़ा।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार, नामांकन दाखिल करते समय उम्मीदवार को मतदाता सूची की सत्यापित प्रति देनी होती है। जांच में पता चला कि बिहार की किसी भी विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में चंदा देवी का नाम शामिल नहीं है। इस वजह से उनका नामांकन रद्द होने की आशंका थी। राजद ने स्थिति को भांपते हुए तुरंत निर्णय लिया और खेसारी लाल यादव को छपरा से उम्मीदवार बना दिया।
खेसारी लाल यादव ने गुरुवार को पटना में तेजस्वी यादव की मौजूदगी में राजद की सदस्यता ग्रहण की। उनकी पत्नी चंदा देवी ने भी पार्टी ज्वाइन की थी। बताया जा रहा है कि खेसारी अपनी पत्नी को राजनीति में लाना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने राजद नेतृत्व से लगातार संपर्क बनाए रखा था। लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने बुधवार रात चंदा यादव के नाम पर सहमति भी जताई थी, लेकिन तकनीकी अड़चन ने पूरा समीकरण बदल दिया।
दिलचस्प बात यह है कि खेसारी छपरा से नहीं, बल्कि एकमा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते थे। हालांकि, उस सीट पर पहले से ही श्रीकांत यादव को टिकट दिया जा चुका था। ऐसे में राजद ने खेसारी को छपरा सीट से मैदान में उतारने का फैसला किया।
खेसारी लाल यादव भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के बड़े नामों में से एक हैं। उनका असली नाम शत्रुघ्न कुमार है और वह सारण जिले के रसूलपुर प्रखंड के धनाडीह गांव के रहने वाले हैं। फिल्मों और गायकी में लोकप्रियता हासिल करने के बाद अब उन्होंने सक्रिय राजनीति में कदम रख दिया है।
नामांकन का अंतिम दिन शुक्रवार है और खेसारी लाल यादव अपना पर्चा दाखिल करेंगे। उनके चुनावी मैदान में उतरने से छपरा की राजनीति में हलचल मच गई है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या उनकी स्टारडम वोटों में बदल पाएगी या नहीं।