झारखंड में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) की प्रक्रिया फरवरी 2025 से शुरू होने जा रही है। चुनाव आयोग ने इसको लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं और 2003 की पुरानी वोटर लिस्ट को सार्वजनिक कर दिया है, ताकि लोग अपने नाम की जांच कर सकें। बोकारो समेत राज्य के अन्य जिलों में प्रशासन ने इस अभियान की तैयारी शुरू कर दी है।
क्या है SIR (Special Intensive Revision)?
SIR यानी Special Intensive Revision एक विशेष अभियान है, जिसे चुनाव आयोग समय-समय पर मतदाता सूची को अपडेट करने के लिए चलाता है। इस प्रक्रिया के तहत—
- पुराने रिकॉर्ड को दोबारा सत्यापित किया जाता है,
- मृत, स्थानांतरित या अपात्र मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जाते हैं,
- नए पात्र नागरिकों को मतदाता सूची में जोड़ा जाता है,
- और किसी भी प्रकार की त्रुटि को ठीक किया जाता है।
इस बार यह प्रक्रिया झारखंड में फरवरी 2025 से शुरू की जाएगी, ताकि 2025 के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची पूरी तरह से सटीक और अद्यतन हो।
बोकारो जिला प्रशासन की तैयारी
बोकारो जिला प्रशासन ने बताया कि चुनाव आयोग से मिले निर्देशों के बाद मतदाता सूची पुनरीक्षण की योजना को क्रियान्वित करने की शुरुआत हो चुकी है।
- हर मतदान केंद्र पर BLO (Booth Level Officer) की नियुक्ति की जा रही है।
- BLO मतदाताओं को अपने नाम की जांच करने, नई एंट्री जोड़ने या सुधार करने में मदद करेंगे।
- ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में विशेष कैंप और हेल्पडेस्क स्थापित किए जाएंगे।
- 2003 की लिस्ट और वर्तमान मतदाता सूची का मिलान करके डेटा की सटीकता सुनिश्चित की जाएगी।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अपने नाम की पुष्टि जरूर करें, ताकि कोई पात्र व्यक्ति मतदान अधिकार से वंचित न रह जाए।
क्यों जारी की गई 2003 की वोटर लिस्ट?
चुनाव आयोग ने 2003 की पुरानी मतदाता सूची जारी कर लोगों से कहा है कि वे इस लिस्ट में अपना नाम देखें और मौजूदा सूची से उसका मिलान करें।
इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि—
- पुराने रिकॉर्ड में जिन लोगों के नाम पहले दर्ज थे,
- वे आज भी उसी क्षेत्र के मतदाता के रूप में बने हुए हैं या नहीं।
यदि किसी मतदाता का नाम 2003 की सूची में है, लेकिन नई सूची में गायब है, तो वह संबंधित BLO या निर्वाचन कार्यालय से संपर्क करके नाम दर्ज करा सकता है। इससे डुप्लीकेट या डिलीटेड एंट्रीज़ की पहचान भी की जा सकेगी।
SIR अभियान की प्रमुख तिथियाँ (संभावित शेड्यूल)
- जनवरी 2025: मतदाता सूची का प्रारंभिक मसौदा तैयार
- फरवरी 2025: SIR प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत
- मार्च 2025: नाम जोड़ने, सुधारने और हटाने की अंतिम तिथि
- अप्रैल 2025: अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन
अधिकारियों के अनुसार, यह अभियान लगभग दो महीने तक चलेगा और सभी जिलों में इसे समानांतर रूप से संचालित किया जाएगा।
कैसे करें अपना नाम चेक
- ऑनलाइन:
- https://voterportal.eci.gov.in पर जाएं।
- “Search in Electoral Roll” पर क्लिक करें।
- अपना नाम, जन्म तिथि या EPIC नंबर डालकर खोजें।
- ऑफलाइन:
- निकटतम BLO या निर्वाचन कार्यालय में जाएं।
- 2003 की लिस्ट और मौजूदा सूची दोनों से अपना नाम मिलाएं।
- अगर नाम नहीं है या गलत दर्ज है, तो फॉर्म-6 (नाम जोड़ने हेतु) या फॉर्म-8 (सुधार हेतु) भरें।
कौन से दस्तावेज़ जरूरी होंगे?
- पहचान पत्र (आधार कार्ड / पैन कार्ड / ड्राइविंग लाइसेंस)
- निवास प्रमाण पत्र
- उम्र प्रमाण (यदि पहली बार वोटर बन रहे हैं)
- हाल का पासपोर्ट साइज फोटो
क्यों जरूरी है SIR प्रक्रिया?
SIR का उद्देश्य मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी, सटीक और निष्पक्ष बनाना है। इससे—
- फर्जी मतदाताओं को हटाने,
- मृत या स्थानांतरित लोगों के नाम हटाने,
- और पात्र नागरिकों को मतदान का अधिकार देने में मदद मिलेगी।
इससे झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी को भी मजबूती मिलेगी।
जिला प्रशासन की अपील
बोकारो प्रशासन ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे मतदाता सूची में अपना नाम ज़रूर जांचें। BLO के माध्यम से नाम की पुष्टि करने में देरी न करें और अगर कोई त्रुटि हो तो तुरंत सुधार के लिए आवेदन करें।
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि मतदाता सूची से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं नि:शुल्क हैं। किसी भी प्रकार की जानकारी या मदद के लिए निर्वाचन कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।