Phone 17 Sales in India:
Apple का नया iPhone 17 इन दिनों भारत में छप्पड़ फाड़ बिक्री कर रहा है। हालात ऐसे हैं कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर इसका 256GB बेस मॉडल स्टॉक से बाहर चल रहा है, जबकि ऑफलाइन मार्केट में भी फोन बड़ी मुश्किल से मिल रहा है। कहीं सिर्फ 512GB वेरिएंट उपलब्ध है, तो कहीं Apple Care और महंगे एक्सेसरीज़ लेना ज़रूरी कर दिया गया है।

कंपनी ने भारी डिमांड को देखते हुए कार्ड डिस्काउंट तक हटा दिए हैं। लेकिन सवाल यह है कि आखिर iPhone 17 की इस बंपर डिमांड के पीछे Android कंपनियों का क्या रोल है? सुनने में अजीब लगे, लेकिन हकीकत यही है।
Android ब्रांड्स का ‘iPhone प्रेम’ पड़ा भारी
आज यह कोई छिपी बात नहीं है कि ज़्यादातर Android स्मार्टफोन कंपनियां अपने फ्लैगशिप फोन्स की तुलना iPhone से ही करती हैं।
कहीं कैमरा बेहतर बताया जाता है, कहीं स्पीड और ग्राफिक्स की बात होती है। यही तुलना धीरे-धीरे Android ब्रांड्स के लिए उलटी पड़ने लगी।
Nothing के CEO Carl Pei समेत कई टेक लीडर्स का iPhone के प्रति झुकाव जगजाहिर है। इसी सोच के चलते Android कंपनियों ने अपने फ्लैगशिप फोन्स की कीमतें लगातार बढ़ा दीं।
70–80 हजार के Android फोन, फिर iPhone ही क्यों नहीं?
फिलहाल भारत में लगभग हर बड़ा Android फ्लैगशिप फोन 70,000 से 80,000 रुपये के बीच बिक रहा है:
OnePlus 15 – 72,999 रुपये
vivo X300 – 75,999 रुपये
Pixel 10 – 79,999 रुपये
OPPO Find X9 – 74,999 रुपये
ये सभी फोन फीचर्स के मामले में शानदार हैं—कैमरा, बैटरी और सॉफ्टवेयर अपडेट्स भी अच्छे हैं। लेकिन यहीं पर गेम बदल जाता है।
iPhone 17 क्यों बन गया ‘वैल्यू फॉर मनी’ डिवाइस
Apple की ऑफिशियल वेबसाइट पर iPhone 17 की कीमत 82,900 रुपये है।
थोड़े से ज्यादा पैसे में यूज़र को मिल रहा है:
120Hz ProMotion डिस्प्ले
256GB बेस स्टोरेज
5 साल तक भरोसेमंद सॉफ्टवेयर सपोर्ट
बेहतरीन वीडियो रिकॉर्डिंग क्वालिटी
iOS इकोसिस्टम का फायदा
आज भी iPhone 12 जैसे पुराने मॉडल स्मूद चल रहे हैं। यही भरोसा iPhone को Android से अलग बनाता है।
यूज़र की सोच बदली, iPhone 17 बना पहली पसंद
जब यूज़र देखता है कि 70 हजार रुपये Android पर खर्च करने की बजाय सिर्फ 10–12 हजार और जोड़कर iPhone 17 मिल सकता है, तो फैसला आसान हो जाता है।
यही वजह है कि सेल्स डेटा साफ बता रहा है—iPhone 17 इस समय Android फ्लैगशिप्स के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है।
iPhone 17 की जबरदस्त बिक्री सिर्फ Apple की रणनीति नहीं, बल्कि Android कंपनियों की प्राइसिंग और मार्केटिंग का नतीजा भी है। अगर यही ट्रेंड जारी रहा, तो आने वाले समय में iPhone की पकड़ भारतीय प्रीमियम स्मार्टफोन मार्केट में और मजबूत हो सकती है।