बाड़मेर, राजस्थान: जिले की दिशा बैठक में अधिकारियों की जवाबदेही और कार्यों की समीक्षा को लेकर सांसद और विधायक कलेक्टर टीना डाबी पर नाराज हो गए। बैठक में अधिकारियों की अनुपस्थिति और गोलमोल जवाबों ने सांसदों और विधायकों की खीज बढ़ा दी।
सांसदों और विधायकों ने कलेक्टर टीना डाबी से सवाल किया कि क्या चार साल बाद यह बैठक केवल “समोसा खाने” के लिए आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के कामकाज में ढील और जिम्मेदारियों की अनदेखी से जिले के विकास पर असर पड़ रहा है। बैठक में कई अधिकारियों की अनुपस्थिति देखी गई, जबकि उपस्थित अधिकारी अपने जवाबों में अस्पष्ट और अनिर्णायक थे, जिससे बैठक की गंभीरता पर भी सवाल उठने लगे।
कलेक्टर टीना डाबी ने अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने और लंबित कार्यों पर तेजी लाने का आश्वासन दिया। वहीं, सांसद और विधायकों ने यह साफ कर दिया कि यदि विकास कार्यों में सुस्ती और लापरवाही जारी रही तो कड़े कदम उठाए जाएंगे।
इस घटना ने प्रशासनिक कार्यशैली और अधिकारियों की जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय मीडिया और सामाजिक मंचों पर भी यह बैठक चर्चा का मुख्य विषय बनी हुई है।