बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में इस बार कई सीटों पर बेहद कड़ा और रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। मतगणना के दौरान कई क्षेत्रों में जीत–हार का फासला इतना कम था कि उम्मीदवारों और समर्थकों की बेचैनी अंतिम राउंड तक बनी रही। रामचरण साह (JDU) ने मात्र 27 वोटों के मामूली अंतर से जीत दर्ज की, जबकि अगिआंव में भाजपा के महेश पासवान ने 95 वोटों से बाज़ी मारी। ढाका सीट पर आरजेडी के फैसल रहमान 178 वोटों से विजयी रहे। फारबिसगंज में कांग्रेस के मनोज विश्वास ने 221 वोटों की करीबी जीत हासिल की। बलरामपुर में एलजेपी (रामविलास) की संगीता देवी ने 389 वोटों से अपनी बढ़त बनाए रखी, जबकि चनपटिया में कांग्रेस के अभिषेक रंजन ने 602 वोटों से भाजपा को मात दी। बोधगया में आरजेडी के कुमार सर्वजीत ने 881 वोटों से जीत दर्ज की और बख्तियारपुर में एलजेपी (रामविलास) के अरुण कुमार ने 981 वोटों के अंतर से जीत हासिल की।
इन परिणामों ने यह साफ कर दिया कि इस चुनाव में हर वोट बेहद अहम साबित हुआ। विशेषज्ञों के अनुसार इस बार स्थानीय मुद्दों, उम्मीदवारों की छवि और जनता के बदले रुझान ने कई सीटों पर परिणामों को निर्णायक रूप से प्रभावित किया है। करीबी मुकाबलों ने यह भी संकेत दिया है कि बिहार की राजनीतिक परिस्थितियाँ तेजी से बदल रही हैं और मतदाता अब अधिक सजग होकर अपनी पसंद का नेतृत्व चुन रहे हैं।