
दिल्ली धमाके की जांच में सामने आई फरिदाबाद टेरर मॉड्यूल की कड़ी अब लखनऊ की डॉक्टर शाहीन शाहिद से जुड़ गई है। एनआईए और यूपी एटीएस की जांच में खुलासा हुआ है कि शाहीन शाहिद कभी कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर थीं, लेकिन 2013 के बाद अचानक नौकरी छोड़कर गायब हो गईं। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपने पति ज़फर हयात से तलाक के बाद कट्टरपंथ की राह पकड़ी और पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की महिला शाखा ‘जमात-उल-मोमिनात’ की भारत प्रमुख बन गईं।
जांच एजेंसियों के अनुसार, शाहीन को जैश सरगना मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर से सीधा संपर्क मिला था। सादिया ने ही उन्हें भारत में महिला विंग फैलाने और उच्च शिक्षित महिलाओं को भर्ती करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसी नेटवर्क से शाहीन का संपर्क डॉ. मुज्जमिल गनई से हुआ, जो फरिदाबाद मॉड्यूल का मुख्य लिंक बताया जा रहा है। दिल्ली में हालिया विस्फोट की साजिश में इन्हीं दोनों के तार जुड़े मिले हैं।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, शाहीन ने सोशल मीडिया के जरिए कई युवतियों को ‘धार्मिक शिक्षण’ के नाम पर अपने संगठन से जोड़ा। उनके पास से कई डिजिटल डिवाइस, पाकिस्तानी हैंडल्स से चैटिंग डेटा और जैश से जुड़ा प्रचार साहित्य बरामद किया गया है। फिलहाल एनआईए ने शाहीन को हिरासत में लेकर पूछताछ तेज कर दी है, वहीं यूपी एटीएस ने लखनऊ स्थित उनके आवास और रिश्तेदारों के ठिकानों पर तलाशी ली है।
डॉक्टर से आतंकी कमांडर तक का सफर तय करने वाली शाहीन शाहिद की यह कहानी देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौती बनकर सामने आई है। हालांकि, फिलहाल यह मामला जांच के अधीन है और एजेंसियां पूरे नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने में जुटी हैं।