गोवा के मशहूर ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब में 6 दिसंबर की रात लगी भीषण आग के मामले में फरार चल रहे क्लब मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा को थाईलैंड पुलिस ने गुरुवार को हिरासत में ले लिया है।
थाईलैंड में भारत के राजदूत नागेश सिंह ने बीबीसी को बताया कि दोनों अभियुक्तों को जल्द भारत भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हादसे के तुरंत बाद दोनों भाई थाईलैंड के फ़ुकेट भाग गए थे।
उनके वकील ने कोर्ट में दलील दी है कि उन्हें “बेवजह फंसाया गया है”, हालांकि दोनों ने अब तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है।
अजय गुप्ता दिल्ली से पकड़ा गया
इससे पहले गोवा पुलिस ने एक अन्य अभियुक्त अजय गुप्ता को दिल्ली से हिरासत में लिया।
पुलिस के अनुसार, उसके घर छापेमारी के दौरान वह फरार होने की कोशिश कर रहा था। उसके खिलाफ पहले से ही लुक आउट नोटिस जारी था।
हादसे में 25 लोगों की मौत
6 दिसंबर की रात अर्पोरा इलाके के इस क्लब में आग लगने से कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई थी।
प्रारंभिक जांच में आग की वजह सिलेंडर विस्फोट मानी जा रही है।
मृतकों में कई पर्यटक और क्लब कर्मचारी भी शामिल थे।
गोवा पुलिस पहले ही लूथरा ब्रदर्स के खिलाफ इंटरपोल ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कर चुकी थी और सीबीआई व इंटरपोल की मदद से उनकी लोकेशन खोज रही थी।
भारत–थाईलैंड प्रत्यर्पण संधि से प्रक्रिया हुई आसान
भारत और थाईलैंड के बीच 2013 में प्रत्यर्पण संधि हुई थी, जिसके तहत दोनों देश फरार अपराधियों को एक-दूसरे को सौंपने में कानूनी सहयोग देते हैं।
संधि में आर्थिक अपराधियों का प्रत्यर्पण भी शामिल है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत की 48 देशों से प्रत्यर्पण संधि है, जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, रूस और बांग्लादेश शामिल हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार क्यों देर लगती है प्रत्यर्पण में?
अंतरराष्ट्रीय क़ानून विशेषज्ञ मानते हैं कि प्रत्यर्पण एक लंबी कानूनी प्रक्रिया है।
विदेशी अदालत में यह साबित करना पड़ता है कि:
- आरोपी ने अपराध किया है
- उसके खिलाफ मुकदमा निष्पक्ष रूप से चलाया जाएगा
- पर्याप्त सबूत मौजूद हैं
जब विदेशी कोर्ट संतुष्ट होता है, तभी प्रत्यर्पण मंजूर होता है।
भारत किन-किन बड़े मामलों में कर चुका है प्रत्यर्पण?
- तहव्वुर राना – 26/11 हमले के आरोपी, 2025 में अमेरिका से प्रत्यर्पित
- क्रिश्चियन मिशेल – अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला (2018 में दुबई से)
- छोटा राजन – 2015 में इंडोनेशिया से
- अबू सलेम – 2005 में पुर्तगाल से
घटनाक्रम पर नज़र रखने वाले अधिकारियों का कहना है कि लूथरा ब्रदर्स को जल्द ही भारत लाया जा सकता है, जिसके बाद गोवा नाइट क्लब हादसे की जांच में तेजी आने की उम्मीद है।