अगर आपने कभी ट्रेन को ध्यान से देखा है, तो आपने उसकी छत पर छोटे-छोटे प्लेट्स जरूर देखे होंगे। कई लोग सोचते हैं कि ये सिर्फ डिजाइन के लिए हैं, लेकिन सच्चाई इससे कहीं अधिक अहम है। ये प्लेट्स वास्तव में ट्रेन के भीतर के वातावरण को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ट्रेन की छत पर प्लेट्स का नाम और काम
- इन प्लेट्स को ‘रूफ वेंटिलेटर’ (Roof Ventilator) कहा जाता है।
- ये कोच के अंदर की गर्मी, भाप और उमस को बाहर निकालते हैं।
- साथ ही ये प्लेट्स ताजी हवा को अंदर आने देती हैं और गंदी हवा को बाहर निकालती हैं।
- वर्षा के समय, ये प्लेट्स बारिश का पानी कोच में जाने से रोकने का काम भी करती हैं।
कैसे काम करते हैं ये प्लेट्स?
- ट्रेन के अंदर छत पर छोटे जालीदार छेद होते हैं।
- गर्म हवा और भाप इन छेदों के माध्यम से ऊपर जाती हैं।
- रूफ वेंटिलेटर यानी वह छोटे प्लेट्स इसे बाहर निकाल देते हैं।
- कुल मिलाकर, ये प्लेट्स किसी भी कोच में बेहतर वेंटिलेशन सुनिश्चित करती हैं और यात्रियों को ताजगी भरा वातावरण देती हैं।
जानकारी का महत्व
- ये प्लेट्स यात्रियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, खासकर गर्मियों और बारिश के मौसम में।
- बिना इन वेंटिलेटर्स के, कोच के भीतर उमस और गर्म हवा का स्तर बढ़ सकता है, जिससे यात्रियों की यात्रा असहज हो सकती है।
नोट: यह जानकारी विभिन्न रिपोर्ट्स पर आधारित है। इंडिया टीवी ने इसकी पुष्टि नहीं की है।