रायपुर | 4 दिसंबर 2025 — दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार दूसरा शतक जमाकर विराट कोहली ने एक बार फिर दिखा दिया कि वनडे क्रिकेट में वे अब भी ‘मास्टर’ हैं। हालांकि रायपुर की इस शानदार पारी का रंग रांची वाले सौ के मुकाबले बिल्कुल अलग था। रांची में जहां कोहली का खेल आक्रमकता और तेज़ तर्रार रवैये से भरा था, वहीं रायपुर में उन्होंने ग़ज़ब की शांति, नियंत्रण और क्लासिक अंदाज़ में बल्लेबाजी की।
शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में दूसरी ODI में कोहली ने मैदान पर सबकुछ बड़े आराम से होते हुए दिखाया—धैर्य, नियंत्रण और बिना अतिरिक्त जोखिम लिए स्ट्राइक रोटेशन का परफेक्ट मिश्रण।
रायपुर का सौ: शांति और नियंत्रण का पाठ
कोहली ने अपनी पारी की शुरुआत छक्के से की, लेकिन यह शॉट आक्रामकता से ज्यादा उनके सहज रिएक्शन का नतीजा था।
इसके बाद उन्होंने लगातार कई ओवरों तक सिर्फ सिंगल-डबल लेकर पारी को संभालने का काम किया।
स्पिनर्स के खिलाफ उन्होंने क्लासिक ड्राइव लगाए और गेंद को आसानी से 30-यार्ड सर्कल से बाहर धकेलते हुए स्ट्राइक बदलते रहे।
उनकी बल्लेबाजी में एक पुरानी झलक दिखाई दी — रिस्क-फ्री क्रिकेट, बेहतर टाइमिंग, और परिस्थिति के हिसाब से गियर बदलना।
रांची और रायपुर: दो शतक, दो रंग
- रांची: तेज़तर्रार, आक्रामक, पेसरों पर हमला, बड़ी शॉट्स की कोशिश।
- रायपुर: शांत, नियंत्रित, गणना कर खेलना, साथी बल्लेबाज़ रुतुराज गायकवाड़ को लगातार गाइड करना।
सुरक्षा अधिकारियों तक को अंदाज़ा था कि शतक लगभग तय है। कोहली के 70 रन पर पहुंचते ही ग्राउंड स्टाफ वॉकी-टॉकी पर चौकन्ना हो गया ताकि रांची जैसी भीड़ की घुसपैठ दोबारा न हो।
गायकवाड़ को सीनियर का साथ
रुतुराज गायकवाड़ जब कुछ शॉट्स गलत दिशा में खेलने की कोशिश कर रहे थे, कोहली बार-बार उनसे बात करते दिखे। उन्होंने युवा बल्लेबाज़ को शांत होकर खेलने और गेंद की लाइन पर भरोसा रखने की सलाह दी।
मध्य ओवरों के बाद कोहली ने अपना स्ट्राइक-रेट बढ़ाया और 30वें ओवर से तेजी दिखानी शुरू की। जैनसन की गेंद पर सिंगल लेकर उन्होंने सौ पूरा किया, लेकिन अगले ओवर में लांग-ऑन पर कैच देकर पवेलियन लौट गए।
गुस्सा और संयम—दोनों की झलक
आउट होने के बाद कोहली ने हल्का-सा गुस्सा दिखाते हुए बल्ला पैड पर मारा, लेकिन बॉउंड्री लाइन तक पहुंचते-पहुंचते वह फिर शांत हो गए। उन्होंने हेलमेट उतारकर प्रशंसकों की दाद स्वीकार की—रायपुर की भीड़ भी “कोहली! कोहली!” के नारों से गूंज उठी।
फिर साबित किया—जब खेल देता है, तो भरपूर देता है
दो लगातार डक्स के बाद कोहली ने सिडनी में कहा था कि “खेल हर बार कुछ नया सिखाता है।”
इसी खेल ने अब उन्हें दो लगातार शतक भी दिए—एक आक्रामक, एक बेहद सधा हुआ—दोनों अपनी-अपनी जगह खास