रांची सहित आसपास के जिलों में लगातार हो रही मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं का पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। 13 अक्टूबर 2025 की शाम पुलिस को सूचना मिली कि रांची–टाटा मुख्य मार्ग पर होटल के पास कुछ संदिग्ध युवक खड़ी बाइक के साथ मौजूद हैं। जानकारी की पुष्टि होते ही पुलिस टीम मौके पर पहुँची और घेराबंदी कर छह युवकों को पकड़ लिया।
मौके से मिली चोरी की मोटरसाइकिलें, नंबर प्लेट और पार्ट्स बदले गए थे
पकड़े गए युवकों के पास से तीन मोटरसाइकिलें बरामद हुईं, जिनकी नंबर प्लेट हटा दी गई थी और रंग तक बदल दिए गए थे। पुलिस द्वारा पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बाइक को अलग-अलग थानों के क्षेत्रों से चोरी कर लाते थे और फिर इंजन नंबर, चेसिस नंबर व नंबर प्लेट बदलकर दूर-दराज़ के इलाकों में बेच देते थे।
गिरफ्तारी के बाद खुला बड़ा नेटवर्क, 15-20 सदस्य सक्रिय
गिरफ्तार युवकों से पूछताछ में पता चला कि यह कोई छोटा मामला नहीं, बल्कि 15 से 20 लोगों का एक संगठित गैंग है जो रांची, गुमला, हजारीबाग, बोकारो और अन्य जिलों में सक्रिय है। यह गैंग अलग-अलग टीम बनाकर बाजार, गांव और सुनसान जगहों से मोटरसाइकिल चुराता था और फिर कबाड़ियों तथा गांव के खरीदारों को बेच देता था।
चोरी की बाइकें ‘ऑर्डर पर सप्लाई’, कई बार नकली मालिक बनकर बेचते थे वाहन
आरोपियों ने बताया कि कई बार वे गांव के लोगों की मांग या पसंद के अनुसार बाइक चुराते थे और खुद को मालिक बताकर सस्ते दाम पर बेच देते थे। कई मामलों में खरीदार भी जानबूझकर चोरी की बाइक खरीदते थे क्योंकि उन्हें सस्ता वाहन मिल जाता था। बाइक बेचने के बाद गिरोह के सदस्य पैसा आपस में बांट लेते थे और मोबाइल, कपड़े और अन्य शौक पूरे करते थे।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई, अब तक 22 मोटरसाइकिल बरामद, लगभग 30-35 लाख का माल
अब तक की कार्रवाई में पुलिस ने 22 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की हैं जिनकी कुल कीमत करीब 30 से 35 लाख रुपये आंकी गई है। पुलिस ने 15 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है और 3 कबाड़ियों से भी पूछताछ की जा रही है। इन मोटरसाइकिलों में Splendor, TVS, Hero, High Speed समेत कई मॉडल शामिल हैं।
19 थानों की संयुक्त टीम, 40 से 50 पुराने मामले सुलझे
इस ऑपरेशन में रांची, गुमला, सिल्ली, टाटीझरिया, पतरातू समेत कुल 19 थानों की टीम शामिल रही। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह द्वारा पिछले दो-तीन महीनों में 40 से 50 बाइक चोरी की गई हैं। कई आरोपी पहले भी जेल जा चुके हैं और बाहर आकर फिर से गिरोह से जुड़ गए थे।
मास्टरमाइंड की तलाश जारी, कई और गिरफ्तारियां होंगी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह एक बड़ा इंटर-डिस्ट्रिक्ट नेटवर्क है जो लंबे समय से सक्रिय है। गिरोह का मास्टरमाइंड और अन्य सदस्य फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। सभी बाइक चोरी के मामलों को एक साथ जोड़कर आगे की जांच की जा रही है।
पुलिस की अपील: संदिग्ध बाइक देखें तो तुरंत सूचना दें
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति बिना नंबर प्लेट या संदिग्ध बाइक लेकर घूमता दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। लोगों को यह भी कहा गया है कि सस्ती बाइक खरीदते समय वैध कागजों की जांच जरूर करें।

