बांग्लादेश की राजनीति में सोमवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला, जब कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए उन्हें सजा-ए-मौत दी है। यह फैसला उस केस से जुड़ा बताया जा रहा है जिसमें हसीना सरकार पर भ्रष्टाचार, सत्ता के दुरुपयोग और विपक्षी नेताओं पर की गई कथित कार्रवाई का आरोप था। कोर्ट के इस निर्णय के बाद देशभर में हलचल मच गई है। सुरक्षा एजेंसियों को राजधानी ढाका और बड़े शहरों में अलर्ट पर रखा गया है, जबकि सरकारी इमारतों और न्यायालयों के बाहर अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है। हसीना की पार्टी अवामी लीग ने फैसले को “राजनीतिक साजिश” बताया है और ऊपरी अदालत में अपील करने की घोषणा की है। वहीं विपक्षी दलों ने कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि यह बांग्लादेश में “लोकतंत्र की जीत” है। फैसले के बाद माहौल बेहद तनावपूर्ण है, और हालात को देखते हुए सरकार नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है।