रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस समय भारत दौरे पर हैं। इसी के साथ सोशल मीडिया और समाचार जगत में एक बार फिर उनके परिवार, खासकर उनकी दो बेटियों — मारिया वोरोंतसोवा और कैटरिना तिखोनोवा — को लेकर चर्चा तेज हो गई है। पुतिन अपनी निजी ज़िंदगी के बारे में बहुत कम बोलते हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय राजनीति और पश्चिमी प्रतिबंधों के चलते उनकी बेटियों के नाम लगातार सुर्खियों में बने रहते हैं।
पुतिन और उनकी पूर्व पत्नी ल्यूडमिला पुतिना की दो बेटियाँ हैं। दोनों का जन्म सोवियत दौर में हुआ और उन्होंने अपनी पढ़ाई रूस के शीर्ष विश्वविद्यालयों से की। इसके बावजूद पुतिन ने सार्वजनिक मंचों पर हमेशा परिवार को चर्चा से दूर रखा है। उनका कहना है कि “हर व्यक्ति को अपने भविष्य का अधिकार है” और वे नहीं चाहते कि उनकी बेटियों को किसी “राजघराने” की तरह देखा जाए।
मारिया वोरोंतसोवा — बड़ी बेटी

मारिया का जन्म 1985 में हुआ। वे पेशे से एंडोक्राइनोलॉजिस्ट हैं और मेडिकल रिसर्च से जुड़ी परियोजनाओं में सक्रिय हैं। वे उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और खोजी रिपोर्टों के अनुसार कुछ निजी हेल्थकेयर उपक्रमों से भी जुड़ी रही हैं। कभी उनकी शादी एक डच व्यवसायी से हुई थी, लेकिन अब दोनों के अलग होने की खबरें हैं।
कैटरिना तिखोनोवा — छोटी बेटी

दूसरी बेटी कैटरिना का जन्म 1986 में पूर्वी जर्मनी में हुआ, जब पुतिन KGB में तैनात थे। कैटरिना का करियर थोड़ा अलग रास्ते पर चला — वे कभी अंतरराष्ट्रीय एक्रोबेटिक रॉक-एन-रोल डांसर थीं और बाद में विज्ञान व टेक्नोलॉजी क्षेत्र में सक्रिय हो गईं। वे मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी से जुड़े कई नवाचार कार्यक्रमों का नेतृत्व करती हैं। 2013 में उनकी शादी उद्योगपति किरिल शामालोव से हुई थी, लेकिन यह रिश्ता भी कुछ साल बाद टूट गया।
क्यों बढ़ी चर्चा?
2022 में अमेरिका और यूरोपीय देशों ने यूक्रेन युद्ध के बाद रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए थे। इसी क्रम में पुतिन की दोनों बेटियों को भी प्रतिबंधों की सूची में शामिल किया गया। पश्चिमी देशों का आरोप था कि पुतिन की कुछ संपत्तियाँ परिवार के नाम पर हो सकती हैं — हालांकि क्रेमलिन ने इन बातों पर कभी खुलकर टिप्पणी नहीं की।
पुतिन ने एक बार स्वीकार किया था कि उनके नाती-पोते हैं, लेकिन उन्होंने संख्या या पहचान बताने से इनकार किया। उनकी दलील थी कि वे चाहते हैं कि बच्चे “सामान्य जीवन” जिएँ।
कुल मिलाकर, पुतिन का परिवार अब भी रहस्य में ढका हुआ है। उनकी बेटियाँ पढ़ी-लिखी पेशेवर महिलाएँ हैं, लेकिन अपनी निजी ज़िंदगी को वे ज़्यादातर दुनिया की नज़रों से दूर रखती हैं — और शायद यही पुतिन चाहता भी है।