देश भर में चल रही SIR (Special Summary Revision) प्रक्रिया ने BLO यानी Booth Level Officer की जिम्मेदारियों और काम के बोझ को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है। चुनाव आयोग के इस अभियान में हर मतदाता का नाम, पता और दस्तावेज़ अपडेट किए जाते हैं, और इसकी पूरी ज़िम्मेदारी सबसे ज़्यादा BLO के कंधों पर होती है। यही वजह है कि कई राज्यों में BLO लगातार शिकायत कर रहे हैं कि बढ़ते काम और कम समय के कारण वे बुरी तरह दबाव में हैं।

BLO का सबसे बड़ा काम घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी सत्यापित करना, नए वोटरों का पंजीकरण कराना, गलतियों को ठीक कराना और मृत मतदाताओं का नाम हटाने जैसे संवेदनशील काम करना होता है। इसके अलावा उन्हें फॉर्म-6, 7, 8 और 8A की एंट्री, बूथ लेवल रिपोर्ट अपडेट करना और रोजाना उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजनी होती है। SIR के दौरान यह काम कई गुना बढ़ जाता है क्योंकि हर जिले में लाखों रिकॉर्ड अपडेट किए जाते हैं और BLO को तय समय में पूरा डेटा जमा करना पड़ता है।
जहाँ तक एक्स्ट्रा पैसे की बात है, तो BLO को यह काम करने के लिए हर महीने एक मानदेय (Honorarium) मिलता है, जो राज्य के हिसाब से थोड़ा अलग हो सकता है। आमतौर पर इन्हें 1,500 से 3,000 रुपये तक अतिरिक्त भुगतान दिया जाता है। SIR के दौरान कुछ राज्यों में प्रति फॉर्म के हिसाब से भी 2 से 5 रुपये तक का भुगतान किया जाता है, लेकिन कई BLO का कहना है कि काम के मुकाबले यह राशि बेहद कम है।
BLO संगठन और शिक्षकों की यूनियन अक्सर शिकायत करते रहे हैं कि भारी काम के बावजूद न तो मानदेय बढ़ाया गया है और न ही डिजिटल सिस्टम को सुधारकर प्रक्रिया आसान बनाई गई है। इसी कारण इस बार भी SIR के सीजन में BLO लगातार कह रहे हैं कि “काम बहुत ज्यादा है, लेकिन सुविधा और भुगतान बहुत कम।”