गोवा में बीती रात हुए भीषण अग्निकांड ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। अरपोरा स्थित प्रसिद्ध नाइटक्लब ‘Burch by Romeo Lane’में देर रात सिलेंडर फटने के बाद लगी आग ने देखते ही देखते भयावह रूप ले लिया। हादसे में कम से कम 25 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें कई विदेशी पर्यटक भी शामिल बताए जा रहे हैं। घटना के बाद सरकार और पुलिस दोनों हरकत में आ गए हैं।
मैनेजर गिरफ्तार, क्लब मालिक फरार — पुलिस ने जारी किया वारंट
घटना के तुरंत बाद गोवा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए क्लब के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच में लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया।

पुलिस ने बताया कि क्लब मालिक के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर दिया गया है।
मालिक फिलहाल फरार है और उसकी तलाश के लिए कई टीमों को तैनात किया गया है।
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्लब में सिलेंडर कैसे फटा और क्या सुरक्षा इंतजाम पर्याप्त थे या नहीं।
हादसा कैसे हुआ?—रात 12:04 बजे गूंजा धमाका
पुलिस और फायर डिपार्टमेंट के अनुसार:
आग रात 12:04 बजे तब लगी जब क्लब में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
किचन एरिया में गैस सिलेंडर फटने के बाद आग तेज़ी से फैल गई।
कुछ ही मिनटों में क्लब का अधिकांश हिस्सा लपटों से घिर गया।
कई लोग बाहर निकल नहीं पाए, जिससे मौतों की संख्या बढ़ती गई।
चश्मदीदों ने बताया कि आग लगते ही क्लब में अफरा-तफरी मच गई और कुछ सेकंड में धुआं पूरे परिसर में फैल गया था।
सीएम प्रमोद सावंत ने दिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश
हादसे की गंभीरता को देखते हुए गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए।
उन्होंने कहा:
इस घटना में जिम्मेदार लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
सभी नाइटक्लब और सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा जांच भी फिर से की जाएगी।
सीएम ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के इलाज के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
विदेशी पर्यटक भी आए चपेट में — पहचान की प्रक्रिया जारी
क्योंकि क्लब पर्यटकों में काफी लोकप्रिय था, इसलिए मृतकों में कई विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि कई शव गंभीर रूप से जल चुके हैं, जिनकी पहचान में समय लग सकता है।
विदेश मंत्रालय और संबंधित दूतावासों के साथ संपर्क किया जा रहा है।
जांच में क्या सामने आ सकता है?
प्रारंभिक जानकारी के आधार पर जांच में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान दिया जा रहा है:
क्या क्लब में फायर सेफ्टी के मानदंडों का पालन हुआ था?
क्या सभी एक्ज़िट गेट खुले और सुलभ थे?
क्या स्टाफ ने सही समय पर कार्रवाई की?
गैस सिलेंडर का मेंटेनेंस ठीक था या लापरवाही बरती गई?
स्थिति पर लगातार नजर
फायर डिपार्टमेंट के अधिकारी सुबह तक धधकती आग पर काबू पाने में जुटे रहे।
पुलिस, SDRF और मेडिकल टीमें मौके पर मौजूद हैं और पूरे परिसर को सील कर दिया गया है।